नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) विशेषज्ञों के मुताबिक जागरूकता की कमी और लोगों की परिवार के मृत सदस्य के अंगों को दान करने की अनिच्छा भारत में अंगदान की सबसे बड़ी बाधा है और इसकी वजह से अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे मरीजों की संख्या बढ़ रही है।.
एमजीएम हेल्थकेयर में हृदय विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. के. आर. बालकृष्णन ने कहा कि मौत के बाद परिजन जागरूकता की कमी और उससे जुड़ी भ्रांतियों की वजह से अपने प्रियजन का अंग दान करने के लिए सामने नहीं आते हैं।.
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